विदेश में भारतीय स्टूडेंट्स की स्टडी के लिए फुल-फंडेड स्कॉलरशिप

स्कॉलरशिप स्टूडेंट्स को आगे की एजुकेशन के लिए दी जाने वाली फाइनेंशियल मदद का वैलुएबल रूप है। यह स्टूडेंट्स की लोन या ब्याज के बिना एजुकेशन खर्च को कवर करने में मदद करती है और आपको अपनी स्किल, नॉलिज और अवसरों में सुधार करने में सक्षम बनाती है। भारतीय स्कॉलर्स का चयन आवेदन और इंटरव्यू प्रोसेस के जरिए होता है। भारतीय स्टूडेंट्स के लिए फैलोशिप और फुल-फंडेड स्कॉलरशिप पाना बहुत बड़ी बात है। इसमें यूएसआईईएफ (यूनाइटेड स्टेट्स- इंडिया एजुकेशनल फाउंडेशन) अहम् भूमिका निभाता है।

एकेडेमिक सपने पूरा करता है यूएसआईईएफ
हायर स्टडी बहुत महंगी हो सकती है और भारतीय स्टूडेंट्स के लिए फैलोशिप और फुल-फंडेड स्कॉलरशिप की तलाश थकाऊ हो सकती है| लेकिन एक स्कॉलरशिप जो काफी प्रतिष्ठित है और जिसका कोई भी फायदा उठा सकता है, वह है “फुलब्राइट-नेहरू फैलोशिप”, जो 1950 में शुरू हुई थी। इसके अलावा यूएसआईईएफ ने अपनी स्थापना के बाद से लगभग 21,000 ग्रांट बांटी हैं, और यह आपके एकेडेमिक सपनों को पूरा करने का सबसे अच्छा अवसर है। फुलब्राइट-नेहरू पुरस्कार भारत और अमेरिका में सबसे बेहतरीन स्टूडेंट्स, एकेडिमिक्स और प्रोफेशनल्स को मेजबान देश में स्टडी, रिसर्च और टीचिंग में सक्षम बनाता है। भारतीय स्कॉलर्स का चयन आवेदन और इंटरव्यू प्रोसेस बहुत मुश्किल है। एक बार चुने जाने के बाद पुरस्कार विजेताओं को वीजा प्रोसेसिंग और हेल्थ इश्योरेंस हासिल करने के साथ-साथ बड़े पैमाने पर प्री-डिपार्चर ओरिएंटेशन को नेविगेट करने में सहायता मिलती है।

सबसे बड़ा एजुकेशनल स्कॉलरशिप प्रोग्राम
अमेरिकी कांग्रेस के लिए सीनेटर फुलब्राइट का प्रस्ताव सरल लेकिन उल्लेखनीय था। “एजुकेशन कल्चर और साइंस के क्षेत्र में स्टूडेंट्स के आदान-प्रदान के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय भलाई को बढ़ावा देने” के लिए सरप्लस युद्ध संपत्ति की बिक्री से आय का इस्तेमाल करना है। फुलब्राइट प्रोग्राम अब दुनिया का सबसे बड़ा एजुकेशनल स्कॉलरशिप प्रोग्राम है| फुलब्राइट प्रोग्राम यूनिवर्सिटीज, स्कूलों,बाईनेशनल फुलब्राइट कमीशंस, गवर्नमेंट एजेंसियों, नॉन -गवर्नमेंट ऑर्गेनाइज़ेशंस और प्राइवेट सेक्टर की एजेंसियों के सहयोग से स्टूडेंट्स, स्कॉलर्स, टीचर्स और प्रोफेशनल्स को पुरस्कृत करता है, जिनकी उपलब्धियां और क्षमता उन्हें विभिन्न एकेडेमिक क्षेत्रों और सब्जेक्ट्स में स्टडी और या रिसर्च करने के लिए अपने समाज के बेहतरीन प्रतिनिधि बनाती हैं।

भारतीय स्टूडेंट्स के लिए फुल-फंडेड स्कॉलरशिप –
विदेश में स्टडी करने के लिए दो फुल-फंडेड स्कॉलरशिप हैं:
फुलब्राइट-नेहरू मास्टर फैलोशिप
फुलब्राइट-नेहरू डॉक्टरेट रिसर्च फैलोशिप

पात्रता के लिए देश –
फुलब्राइट-नेहरू फैलोशिप भारतीय स्टूडेंट्स के लिए अमेरिका में मास्टर या डॉक्टरेट प्रोग्राम करने के लिए है। यह ध्यान में रखना चाहिए की सभी यूनिवर्सिटी इसके तहत नहीं आती हैं।

फैलोशिप पीरियड/टेन्योर –
भारतीय स्टूडेंट्स के लिए इन स्कॉलरशिप के लिए अनुमानित पीरियड है:
फुलब्राइट-नेहरू मास्टर फैलोशिप: एक से दो साल
फुलब्राइट-नेहरू डॉक्टरेट फैलोशिप: छह से नौ महीने

3.स्टडी के क्षेत्र
फुलब्राइट-नेहरू मास्टर फैलोशिप –

कला और कल्चर प्रबंधन
अंतर्राष्ट्रीय कानूनी स्टडी
लिंग स्टडी
इकोनॉमिक्स
जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन
अर्बन और रीजनल प्लानिंग
एन्वॉयरमेंट साइंस /स्टडी
पब्लिक एडमिस्ट्रेशन
अंतरराष्ट्रीय मामले
हायर स्टडी एडमिस्ट्रेशन
पब्लिक हैल्थ
आर्काइव स्टडी

4.फुलब्राइट-नेहरू डॉक्टरेट फैलोशिप

एग्रीकल्चर साइंस
ह्यूमन-साइंस
बायोइंजीनियरिंग
हिस्ट्री
लैंगुएज और लिट्रेचर
केमिकल साइंस
भूगोल
वीमेन और जेंडर स्टडी
कंप्यूटर साइंस
इकोनॉमिक्स
एजुकेशन पालिसी और प्लानिंग
एनर्जी स्टडी

5.उपलब्ध स्कॉलरशिप की संख्या –

हर साल दुनिया भर में लगभग 850 नॉन-अमेरिकी नागरिकों को फुलब्राइट स्कॉलर पुरस्कार दिए जाते हैं, जिसमें ऊपर दी गई फैलोशिप शामिल हैं। यह पुरस्कार 100 से ज्यादा देशों के व्यक्तियों को दिए जाते हैं। फ़ैकल्टी और प्रोफेशनल्स को भी सम्मानित किया जाता है।

6. आवेदन की पीरियड – नोटिफिकेशन

फैलोशिप आवेदन के लिए जिन महत्वपूर्ण तिथियों का पालन किया जाना चाहिए वह इस प्रकार हैं:

  • फुलब्राइट-नेहरू मास्टर फैलोशिप –

जून के अंत में: आपको शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों के बारे में समाचार प्राप्त होगा।

अगस्त के अंत: इंटरव्यू 

  • फुलब्राइट-नेहरू डॉक्टरेट फैलोशिप –

सितंबर के अंत में: आपको शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों के बारे में खबर मिलेगी।

अक्टूबर की शुरुआत: इंटरव्यू 

7. आवेदन का तरीका –

फुल-फंडेड स्कॉलरशिप के लिए आवेदन करने के लिए, आपको दोनों फैलोशिप के लिए समान कदम उठाने होंगे। आवेदन का तरीका ऑनलाइन है। 

8. पात्रता क्राइटेरिया और एडिशनल जरूरतें –

इन स्कॉलरशिप को प्राप्त करने के लिए नीचे दी गई जरूरतों को पूरा करना जरूरी है:

पात्रता क्राइटेरिया –

फुलब्राइट-नेहरू मास्टर फैलोशिप –

  • अमेरिकी ग्रेजुएट की डिग्री के बराबर डिग्री प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी से पूरा करें।
  •  न्यूनतम जरूरी अंक प्रतिशत 55% है।
  • आपके पास या तो चार साल की ग्रेजुएट की डिग्री या मास्टर डिग्री हो सकती है।
  • पूर्णकालिक स्नातकोत्तर डिप्लोमा भी मान्यता प्राप्त है।
  • स्टडी के प्रस्तावित क्षेत्र में फुल-टाइम किए गए काम के तीन साल ।
  • लीडरशिप स्किल होना चाहिए। 
  • कम्युनिटी सेवा को भी दिखाना चाहिए।
  • पहले से ही अमेरिका के यूनिवर्सिटी की डिग्री नहीं हो सकती है।

फुलब्राइट-नेहरू डॉक्टरेट फैलोशिप

  •  रेलेवेंट रिसर्च अनुभव होना चाहिए।
  • आवेदक को 2022-23 एंट्रेस के लिए 1 नवंबर 2021 से पहले पीएचडी स्टूडेंट के रूप में रजिस्टर्ड होना चाहिए।
  • रेकमंडेशन लेटर्स में से एक लेटर पीएचडी सुपरवाइजर का होना चाहिए।
  • पीएचडी थीसिस तिथि स्कॉलरशिप प्रोग्राम के अंत के बाद कम से कम 3 महीने होनी चाहिए।
  • आपको मास्टर/एम फिल थीसिस (20 पेज से ज्यादा नहीं) से अपने सभी पब्लिश लेटर या अर्क की एक कॉपी अपलोड करनी होगी।

एडिशनल जरूरतें –

ऊपर लिस्टेड जरूरतों के अलावा, आपको नीचे दिए गए क्राइटेरिया को पूरा करना चाहिए:

  • एक जिम्मेदार भारतीय नागरिक होना चाहिए जो भारत की कल्चर और सिविलाइज़ेशन की पूर्ण और निष्पक्ष तस्वीर में योगदान दे सकता है। इस तरह एक जिम्मेदार भारतीय नागरिक समझ और दोस्ती को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है।
  • वह रिक्रूटमेंट और प्लेसमेंट साइकिल के दौरान अमेरिका में नहीं रहना चाहिए।
  • एक्टिव पर्मानेंट रेजिडेंट के साथ भारतीय नागरिक।
  • दूसरे बाहरी देशों के निवासी आवेदन करने के लिए पात्र नहीं हैं।
  • हायर लेवल की एकेडेमिक/ प्रोफेशनल उपलब्धि के अधिकारी।
  • प्रस्तावित प्रोग्राम को शुरू करने और अमेरिकी जीवन में घुलने-मिलने के लिए अंग्रेजी भाषा की प्रवीणता दिखाएं।
  • आवेदन सायकिल के दौरान विदेश यात्रा के मामले में यूएसआईईएफ को पहले से सूचित करना होगा।
  • एम्प्लॉइड होने पर छुट्टी के लिए पात्र होना चाहिए।
  • अच्छी हेल्थ होना चाहिए।
  • अमेरिका में पर्मानेंट रेजिडेंट (ग्रीन कार्ड) नहीं होना चाहिए।
  • फैलोशिप पूरी होने पर भारत लौटने का वचन प्रदान करें।

9) चयन प्रोसेस –

फुल-फंडेड स्कॉलरशिप प्राप्त करने के लिए आपको चयन प्रोसेस पता होनी चाहिए। आपको जो कुछ भी जानना चाहिए वह नीचे दिया गया है:

  • एरिया के एक्सपर्ट आपके आवेदन की समीक्षा करेंगे। 
  • यूएसआईईएफ राष्ट्रीय चयन समिति के साथ चयनित होने पर आपको इंटरव्यू के लिए उपस्थित होना होगा। 
  • वह आपकी एकेडेमिक क्रेडेंशियल्स औरप्रोफेशनल क्षमता को परखेंगे। 
  • प्रस्तावित फुलब्राइट परियोजना की योग्यता का आकलन किया जाएगा। 
  • पैनल कम्युनिकेशन स्किल का मूल्यांकन करेगा। 
  • कम्युनिटी या राष्ट्रीय सेवा के प्रति आपकी प्रतिबद्धता भी एक भूमिका निभाएगी। 
  • आपको अमेरिका में रिसर्च करने की जरूरत होगी। 
  • मोटिवेशन,पर्पस, मैचोरिटी ,लीडरशिप और सांस्कृतिक अनुकूलता जैसे गुणों को ध्यान में रखा जाएगा। 

निष्कर्ष

इस ब्लॉग में हमने आपको फुल-फंडेड स्कॉलरशिप के बारे में विस्तार से बताया है। हमें उम्मीद है इस लेख से आपको फुल-फंडेड स्कॉलरशिप का संपूर्ण मार्गदर्शन मिल गया होगा। तो देरी किस बात की है फुल-फंडेड स्कॉलरशिप कर विदेश में हायर स्टडी करने का अवसर पाएं और अपने कॅरियर को अंतरराष्ट्रीय ऊंचाइयां दें। फुलब्राइट-नेहरू डॉक्टरेट फैलोशिप, फुलब्राइट-नेहरू मास्टर फैलोशिप, पात्रता क्राइटेरिया और एडिशनल जरूरतेंआदि के बारे में और ज्यादा जानने के लिए अपग्रेड पर जाएं और अपने सपने को साकार करें। 

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न –

  1. इन स्कॉलरशिप की वैल्यू क्या है ?

दोनों फैलोशिप काफी प्रतिष्ठित हैं और नीचे दी गई सहायता प्रदान करती हैं:

  • जे -1 वीजा सपोर्ट, राउंड ट्रिप इकोनॉमी क्लास हवाई यात्रा किराया
  • फुल-फंडेड ट्यूशन फीस, रहने की खर्च, दुर्घटना और बीमारी कवरेज
  1. यूएसआईईएफ क्या है ?

यूनाइटेड स्टेट्स- इंडिया एजुकेशनल फाउंडेशन (यूएसआईईएफ ) बेहतरीन स्कॉलर्स, प्रोफेशनल्स और स्टूडेंट्स के एजुकेशनल आदान-प्रदान के माध्यम से भारत और अमेरिका के नागरिकों के बीच आपसी समझ को बढ़ावा देता है। अपनी स्थापना के बाद से,यूएसआईईएफ ने लगभग हर एजुकेशनल अनुशासन में लगभग 20,000 फुलब्राइट, फुलब्राइट-नेहरू और अन्य प्रतिष्ठित  ग्रांट  और फैलोशिप प्रदान की है।

  1. फुलब्राइट नेहरू फैलोशिप जारी रखने के लिए क्या जरूरतें हैं ?

फुलब्राइट-नेहरू मास्टर फैलोशिप के संदर्भ में, आपको प्री-डॉक्टरेट लेवल के रिसर्च का हिस्सा बनने की जरूरत है। इसके बिना आप फैलोशिप जारी रखने में सक्षम नहीं होंगे।

  1. भारत में यूएसआईईएफ के कार्यालय कहां स्थित है? 

भारत मेंयूएसआईईएफ कार्यालय नई दिल्ली, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता, हैदराबाद और मुंबई में स्थित हैं। भारत में अमेरिकी राजदूत और भारतीय विदेश सचिव न्यासी बोर्ड के सह-अध्यक्ष हैं।

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